गदका एक प्राचीन युद्ध कला
पूर्वांचल के भूमिहार ब्राह्मणों ने इस कला को विकसित किया
प्रस्तुति अरविन्द रॉय
देसी अखाड़े में कुश्ती के साथ खेला जाता था गदका बिहार की एक प्राचीन युद्ध कला है
गदका है एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है पैंतरा खेलने में प्रयुक्त लकड़ी का डेढ़-दो हाथ लंबा चमड़ा मढ़ा मुठियादार डंडा पटना प्रवास के दौरान shiko ने सिखा
निहंग सिख अब भी गदका खेलते है इस युद्धकला का प्रयोग छठे गुरु से लेकर दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी तक और उनके बाद भी कई युद्धों में किया गया। लम्बे समय तक यह गदका युद्धकला सिख इतिहास में बनी रही।
Note:-बिहार का प्राचीन मार्शल आर्ट है
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