🎗️🎗️ जाजमऊ ( कानपूर)🎗️🎗️
याजी मूल के शांडिल्य गोत्र के भूमिहार
संभवतः जाजमऊ से ही पलायन किए
प्रस्तुति अरविन्द रॉय
जाजमऊ में ब्राह्मण बस्ती होने के कई संकेत है कोयला घाट में गंगा की सफाई के दौरान जमीन के नीचे से अष्टधातु का शिवलिंग मिला, मूर्ति में साक्षत भगवान शिव की आकृति बनी हुई है।पुरातत्व विभाग को जाजमऊ पुल की खुदाई में के तांबे के सिक्के, मुहरें, टेराकोट की वस्तुएं, मिट्टी के तरह-तरह के पुराने बर्तन, हड्डियों से बनने वाले सामान और कई बेशकीमती चीजें मिली हैं।
लखनऊ कानपुर रोड स्थित जाजमऊ के प्राचीन टीले की खुदाई के दौरान दो हजार साल पुराने सिक्कों का भंडार तथा कच्ची व पक्की मिट्टी से निर्मित मौर्य एवं पूर्व मौर्य कालीन इमारतों के अवशेष मिले हैं। ताम्र उपकरण भी मिले हैं। तुग़लक़ के विजय के बाद आज जाजमऊ में 1358 में फिरोज शाह तुगलक द्वारा बनाया गया प्रसिद्ध सूफीसैन, मखदूम शाह अला-उल-हक का मकबरा हैं।जाजमऊ में 80 फीसदी मुस्लिम आबादी है अब
जाजमऊ में ययाति के किले का ऐतिहासिक टीला
भी है मैथिल ब्राह्मणो में भी यहाँ के ब्राह्मण शामिल हुए
No comments:
Post a Comment