- शतपथ ब्राह्मण में किस विषय की विस्तृत जानकारी दी गई है – हल की जुताई से सम्बन्धित अनुष्ठानों के बारे।
- शतपथ ब्राह्मण में कितने प्रकार के रत्निरत्नियों का उल्लेख है ?? 12 प्रकार के ।
- शतपथ ब्राह्मण के अनुसार ??“राजा वही होता है, जिसे प्रजा का अनुमोदन प्राप्त हो ।”
- शतपथ ब्राह्मण में कहाँ के राजा का उल्लेख मिलता है ??कैकेय के राजा अश्वपति ।
- शतपथ ब्राह्मण से किन विदुषी स्त्रियों का जिक्र मिलता है ??गार्गी, गन्धर्व, गृहीता, मैत्रेयी ।
- शतपथ ब्राह्मण में काम्पिल्य नगरी का उल्लेख मिलता है, जो राजधानी थी ??पाञ्चाल जनपद ।
- शतपथ ब्राह्मण से किसकी कथा का वर्णन मिलता है ?? विदेथ माधव की कथा ।
- शतपथ ब्राह्मण में पहली बार जिक्र मिलता है ??महाजनी प्रथा का ।
- शतपथ ब्राह्मण में कृषि की कितनी क्रियाओं का वर्णन मिलता है ??4 (जुताई, बुआई, कटाई, मड़ाई )प्रकार की ।
- शतपथ ब्राह्मण में ??(जलप्लावन की कथा )मिलती है ।
- अथर्ववेद को छोड़कर बाकी तीनों वेदों को क्या कहा जाता है – वेदत्रयी
- राजा के राष्ट्र शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम शतपथ ब्राह्मण में किया गया है
- पुनर्जन्म का सिद्धांत, पुरुरवा उर्वशी संवाद ,जलप्लावन की कथा ,राम कथा ,अश्विनी द्वारा च्वयन ऋषि को योवनदान
- सदानीरा नदी का उल्लेख
- आर्यों को नर्मदा नदी की जानकारी थी, 12 रतनिया का उल्लेख ,कृषि संबंधी समस्त क्रियाओं का वर्णन शतपथ ब्राह्मण में
- ब्याज पर उधार देने वालों को कुसीडीन, का का उल्लेख
- एक स्थान पर इंद्र के लिए सुनासीए(हलवाहा) नाम का उल्लेख शतपथ ब्राह्मण में
- पत्नी को अर्धांगिनी बताया गया है शतपथ ब्राह्मण में, राजसूय यज्ञ का वर्णन भी शतपथ ब्राह्मण में
- कुरु व पांचाल को वैदिक सभ्यता के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि शहर बताए गए हैं शतपथ ब्राह्मण
- चारों वर्णों की अंत्येष्टि के लिए चार अलग-अलग स्थानों का विभाजन शतपथ ब्राह्मण में
Wednesday, May 29, 2019
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