Monday, October 8, 2018


तालाब की खुदाई में अष्टधातु की प्राचीन प्रतिमा मिली, 100 किलो से ज्यादा है वजन

नूरसराय के बालचंद विगहा गांव में तालाब की खुदाई के दौरान अष्टधातु की प्राचीन मूर्ति मिली।

lord vishnu statue recovered in nalanda
 नूरसराय के बालचंद विगहा गांव में तालाब की खुदाई के दौरान अष्टधातु की प्राचीन मूर्ति मिली। मूर्ति भगवान विष्णु की ढाई फीट ऊंची है। इसका वजन 100 किलो से अधिक है। ग्रामीण मूर्ति की पूजा-अर्चना में कर रहे हैं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के विरोध के बावजूद मूर्ति को कब्जे में ले लिया।   गांववालों की मानें तो मूर्ति 15 दिन पूर्व ही मिली थी। पुलिस के भय से ही ग्रामीणों ने प्रतिमा को छिपा दिया था। बाद में जब मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू की गई तब जाकर मूर्ति मिलने की खबर इलाके में फैली।
नालंदा खंडहर से चंद कदम दूर रूकमिणी स्थान के पास भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण शाखा द्वारा किये जा रहे उत्खनन में शनिवार को भगवान बुद्ध की करीब डेढ़ फीट ऊंची प्रतिमा निकली है। प्रतिमा को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है। मूर्ति में भगवान को शेष नाग का छत्र किये हुए हैं।
साइड इंचार्ज एसपी गुप्ता ने बताया कि प्रतिमा का शेष भाग निकलना बाकी है। इसका रंग ग्रिनिस है। उन्होंने बताया कि विशेष जानकारी पुरातत्वविद ही दे सकते हैं। इस उत्खनन में 59 मजदूर के साथ आर्कोलॉजी के पांच छात्र भी लगे हैं। उत्खनन में गुप्त काल एवं पाल काल के अवशेष मिले हैं। 
Oउन्होंने कहा कि यह प्राचीन नालंदा महाविहार का विहार प्रतीत होता है। मनौती स्तूपों के साथ प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के समान ही 1.8 मीटर चौड़ी दीवारे भी मिली हैं। मनौती स्तूप भी प्राप्त हुए है। पाल एवं गुप्त दोनों काल के दीवार मिली हैं। दीवार की ईंटों का आकार प्राचीन नालंदा महाविहार के समान ही है। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यह प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का ही अभिन्न अंग होगा।
यहां से गुप्तकालीन मिट्टी के मुहरों के अतिरिक्त पत्थर के विष्णु, बुद्ध, अवालकेतोश्वर एवं हनुमान मूर्ति मिली हैं। कुछ मूर्तियों पर अभिलेख भी खुदे हुए हैं। चीनी मंदिर के प्रबंधक डा. यु. पैन्र्यांलकारा ने कहा कि यहां से खुदाई में निकले वस्तुओं को इसी स्थान पर संग्रहालय बनाकर पुरातत्व विभाग रखे

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